जगन्नाथ रथ यात्रा में बड़ा हादसा होने से 7 लोगों की मौत हो गई। त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में बुधवार शाम को यह दुर्घटना हुई जब इस्कॉन मंदिर समिति ओर से निकाली जा रही जगन्नाथ यात्रा का रथ हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे दो बच्चों समेत 7 लोगों की मौत हो गई। इस दुर्घटना में 18 लोग झुलस गए। जिन्हें गंभीर हालत में हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया है। घटना स्थल से मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा ‘उल्टा रथ यात्रा’ उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम 4:30 बजे हुई। जहां श्रद्धालु लोहे से बने रथ को खींच रहे थे, इसी दौरान रथ 133 केवी ओवरहेड केबल के संपर्क में आ गया।स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। वही जांच टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि रथ बिजली के तार के संपर्क में कैसे आया।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हादसे पर दुःख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसे में कई तीर्थ यात्रियों की जान चली गई। वहीं, कई लोग घायल हैं। मैं इस घटना से दुःखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। इस मुश्किल वक्त में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। जबकि त्रिपुरा के ऊर्जा मंत्री रतन लाल नाथ ने बताया कि- मैंने स्थानीय विधायक भगवान दास और त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम के डीजीएम से बात की है। अधिकारियों को जांच के आदेश देकर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।
वही मान्यताओं के अनुसार, त्रिपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद उल्टी रथ यात्रा निकलती है। इसमें भगवान के रथ को पीछे से खींचा जाता है। इसे घूरती रथ यात्रा कहा जाता है। इसमें रथ पर भगवान जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और बहन सुभद्रा सवार रहती हैं।